आज हम आपको सरसों के तेलों के बारे में कुछ एसा बताने जा रहे हैं जो शायद आपको पता हों, लेकिन हर चीज के बारे में नहीं जानते होंगे । ज्यादातर लोग सरसों के तेल का उपयोग पूजा के दौरान करते हैं, इसलिए आपको सरसों के तेल का उपयोग करने से पहले बहुत कुछ जानना चाहिए, नेही तो यह अच्छे के बजाय बुरा हो सकता है ।
इसीलिए आज हम आपको सरसों के तेल के सही उपयोग और इसके फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं ।
अगर आप प्रतिदिन पूजा में सरसों के तेल का इस्तेमाल करते हैं, तो जान लें कि सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही भगवानके सामने सरसों के तेल का दीपक लगाएं और अन्य दिनो मे आप घी का दीपक लगाएं, तो आप देखेंगे कि आपको बहुत सारे लाभ प्राप्त होंगे । घी या सरसों के तेल का दीपक जलाने से घर में सात्विक ऊर्जा भर जाती है, लेकिन यह ऊर्जा घर में 4 घंटे तक रहती है और फिर समाप्त हो जाती है, इसलिए इस समय अपना सर्वश्रेष्ठ करें ।
अगर आपको अपने दुश्मनों से बचके रहना है या आप पर शनि की साढ़े साती है, तो आपको शनिवार की शाम को एक ओक के पेड़ के नीचे तिल वाली तेल की दीपक जलाना चाहिए, ताकि आप इन सब परिसनियों से दूर रहें, आराम कर सकें और खुश महसूस कर सकें । यदि आप घी का दीपक जलाते हैं, तो आपके सररी मे स्थित सात चक्रको सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी ।
अगर आप घर पर कोई पूजा करते हैं तो आपको दो दीपक जलाने चाहिए । आपको सरसों के तेल का एक दीपक ओर घी का एक दीपक जलाना चाहिए, तो शास्त्रों के अनुसार आपको अपने बयां हात में सरसों के तेल का दीपक और दाहिने हाथ में घी का दीपक जलाना चाहिए ।
जो लोग माँ सरस्वती की पूजा करते हैं, आप माँ सरस्वती को प्रसन्न करना चाहते हैं तो दो मुखी घी का दीपक जलाएँ और आपको माँ सरस्वती का आशीर्वाद अवश्य मिलेगा । हमारे साथ बने रहने के लिए हमारे पेज को लाइक करें ।