भारतीय क्रिकेट टिम का पूर्ब कप्तान MS dhoni को अचनका अंतररस्ट्रिय क्रिकेट को अलबिदा कहने पड़ा । लेग स्पिनर युजबेंद्रा सिंह चहल ने कहा की कोरोना ने धोनी की करियर खत्म किया है । नेहीं तो वो टी – 20 बिस्वकप मैं जरूर खेलते । चहल ने कहा कुलदीप यादब और मेरे करियर मैं धोनी की अहम भूमिका है । उन्हेने एक बड़े भाई के तरह बहुत कुछ बताया । वह हमे बहुत समझाते थे, यदि कुछ भूल होती थी । हम दोनों को बहुत फायदा हुआ उनके विकेट के पीछे खड़े होने से ।
भारतीय स्पिनर चहल ने कहा है की धोनी जब मैदान पर रहते थे तो मेरा 50 प्रतिसत काम हो जाता था । पिच का बर्ताब केसा है धोनी को पहले से पता होता था और इस से हमे बहुत हेल्प मिलता था । अगर वो नेहीं होते हमे पिच के बारे मैं समझेने दो ओवर लगता हैं । चहल एक इंटरव्यू मैं कहा हैं की वो अब भी अंतररस्ट्रिय क्रिकेट खेल सकते थे और मैं चाहूँगा वो अब भी खेलें ।
बीसीसीआइ के पुर्ब अदख्य एन श्रीनिबासन ने कहा है की दो बार बिस्व कप बीजेता कप्तान धोनी । अंतररस्ट्रिय क्रिकेट मैं कुछ भी बचा नेहीं था धोनी के लिए । उनके कप्तानी मैं भारत 2007 मैं टी-20 बिस्वकप जिता था । 2011 मैं बिस्व कप हासिल किया । इस के अलब चौपीयंस ट्रॉफी सफलता अर्जन किए थे धोनी के सन्यास से एक युग का समाप्त हो गया ।
श्रीनिबासन ने कहा जब धोनी कहते हैं की वो सन्यास ले रह हैं तो यह एक युग के खत्म होने जैसा है । धोनी एक उत्कृस्ट कप्तान, एक बहुत अच्छा विकेट कीपर, बहुत अच्छा बल्लेबाज रहे हैं । वो एक ऐसा खिलाड़ी थे जो पूरे टिम को प्रेरित करते थे । वो भारत के लिए मैदान मैं नेही उतरेंगे, लेकिन वह चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलना जारी रखेंगे । श्रीनिबासन से जब पूछा गया धोनी कब तक खेलेंगे तो उन्होने कहा , मैं चाहूँगा की वो हमेसा खेलें । आपको कहने के लिए चाहते हैं की एम एस धोनी आफ्नै 16 साल के अंतररस्ट्रिय क्रिकेट को 15 अगस्त 2020 को अलबिदा कह दिया था ।